
पहले आंधी, अब गरज-चमक के साथ बारिश ने ली लोगों की जान, मुख्यमंत्री ने दिए तत्काल रूप से राहत और बचाव के निर्देश
उत्तर प्रदेश में पहले आंधी ने आफत मचायी और अब गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। बुधवार की रात से गुरुवार की शाम तक 21 जिलों में आंधी-बारिश, ओलावृष्टि, बिजली गिरने से लोगों की जानें गईं हैं। शुक्रवार को शासन की ओर से किस जिले में कितनीं जानें गईं, नाम समेत सूची जारी की गई है।
दरअसल, बुधवार की रात से गुरुवार की शाम तक के बीच आंधी-बारिश ने लगभग पूरे प्रदेश में तबाही मचाई। कहीं दीवार गिरी, कहीं पेड़ गिरे और कहीं बिजली के खंभे। राज्य के 21 जिलों में आई आपदा की चपेट में आकर 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। कई जगहों पर बिजली के खंभे भी उखड़ गए, जिससे काफी समय तक बिजली प्रभावित रही। हालांकि शासन से जारी की गई लिस्ट में 50 मृतकों के नाम हैं।
इस सूची के अनुसार अलीगढ़, हाथरस, चित्रकूट, अंबेडकर नगर, अमेठी, अयोध्या, आजमगढ़, उन्नाव में 1-1 व्यक्तियों की मौत हुई है। गाजियाबाद, इटावा, कानपुर देहात में 2 लोगों की मौत हुई है। बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, कानपुर नगर, कन्नौज और एटा में 3-3 लोगों की जान गई है। मेरठ और औरेया में 4-4 लोगों की मौत हुई है। कासगंज, और फतेहपुर में 5-5 व्यक्तियों की मौत हुई है। हाथरस में पेड़ गिरने से एक और व्यक्ति की मौत हुई है लेकिन उसके परिवार वालों ने पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया।
बुधवार-गुरुवार की रात बुलंदशहर में 89 किमी प्रति घंटे तो मेरठ में 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं। आगरा, अलीगढ़ क्षेत्र के साथ प्रदेश के अन्य पूर्वी इलाकों में भी 50 से 80 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे कई इलाकों में टिन की छतें व छप्पर उड़ गए।