
दो सालों में ED ताबड़तोड़ कार्रवाई, जब्त की 7278 करोड़ की संपत्तियां, दिग्गज नेताओं और कारोबारियों पर भी कसा शिकंजा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ जोन की टीम ने पिछले दो वर्षों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान करीब 7278 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की। ईडी ने 52 मामलों में कार्रवाई करते हुए 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज, उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया है। जबकि चार को सजा भी दिला चुकी है। पिछले 19 वर्षों में ईडी द्वारा कार्रवाई करते हुए करीब 11,278 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया गया है। इन आकंड़ों में सबसे बड़ी कार्रवाई बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में करीब सात हजार करोड़ की संपत्तियों को जब्त करना है। वहीं 2023-24 में 278 करोड़ को संबद्ध किया गया।
प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) के लखनऊ जोन की शुरूआत 2007 में हुई। तब से लेकर वर्ष 2023 तक ईडी ने कुल चार हजार करोड़ रुपये की संपत्तियों पर कार्रवाई करते हुए जब्त किया। प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले 19 वर्षों में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में कुल 11,278 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। इसमें 2007 से 2023 तक चार हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की है। वर्ष 2023-24 में सिर्फ 278 करोड़ जबकि वर्ष 2024-2025 में 7000 करोड़ की संपत्तियां जब्त की। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जोनल लखनऊ टीम ने वर्ष 2024-2025 में 52 मामलों में बड़ी कार्रवाई की।
बीते वर्ष हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में टीमों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इसमें हैसिंडा प्रोजेक्ट को लेकर नोएडा प्राधिकरण के फर्जीवाड़ा में पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह समेत कई अधिकारियों, निर्माता कंपनियों और ठेकेदारों को नोटिस भेजा गया। इनसे पूछताछ की गई। छापे की कार्रवाई करते चंडीगढ़ स्थित उनकी कोठी में पांच करोड़ रुपये हीरे समेत करोड़ों की संपत्ति बरामद की। वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति, पूर्व एमएलसी मो. इकबाल, पूर्व विधायक व सपा के राष्ट्रीय सचिव विनय शंकर तिवारी, शाइन सिटी, एमआई बिल्डर, अंसल प्रॉपर्टीज, प्रदेश सरकार में तैनात कई वरिष्ठ इंजीनियर व कई रिटायर अफसरों के यहां छापा मारकर संपत्तियों को जब्त किया गया।
ये संपत्तियां हुई जब्त
जब्त की गई संपत्तियों में पूर्व एमएलसी इकबाल की 4440 करोड़ रुपये की ग्लोकल यूनिवर्सिटी, 950 करोड़ रुपये की तीन चीनी मिलें, शाइन सिटी कंपनी की 270 करोड़ रुपये की संपत्तियां, जेवीएल एग्रो लि. की 814 करोड़, गंगोत्री लि. की 80 करोड़, कल्पतरू समूह की 113 करोड़ और हैसिंडा प्रोजेक्ट फर्जीवाड़ा से जुड़े आरोपियों की करीब 95 करोड़ की 6,762 करोड़ रुपये की संपत्तियां शामिल है। इसके अलावा भी 10 करोड़ रुपये के नीचे की संपत्तियों को भी ईडी ने जब्त किये हैं।