
मुख्यमंत्री ने अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारम्भ किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों, कोविड काल में निराश्रित हुए बच्चों तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चों के शैक्षिक उत्थान तथा व्यक्तित्व विकास के
लिए श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी के अवसर पर गत वर्ष प्रदेश के 18 मण्डलीय मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालय प्रारम्भ किए गए। इन विद्यालयों में निःशुल्क विश्वस्तरीय आवासीय सुविधायुक्त शिक्षा की व्यवस्था की गयी है, जिससे विद्यार्थी समाज की मुख्यधारा से जुड़कर स्वयं सक्षम तथा देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
मुख्यमंत्री आज यहां अटल आवासीय विद्यालय सिठौली कला, मोहनलालगंज में अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र (2024-25) का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रवेशित विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री व स्कूल बैग प्रदान किए।
इसके पूर्व, उन्होंने विद्यालय के विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई शैक्षणिक क्रियाकलापों से सम्बन्धित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी कहते थे, कि अशिक्षा व अभाव का निडरतापूर्वक सामना करने वाले समाज को सुरक्षित व समृद्ध होने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। अशिक्षा तथा अभाव समाज के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
अकर्मण्यता, गरीबी, अराजकता तथा भ्रष्टाचार से अभाव उत्पन्न होता है। भ्रष्टाचार व अभाव आदि जंगलराज, अव्यवस्था, असुरक्षा व असम्मान का कारण बनते हैं। समाज को सही दिशा तथा नेतृत्व न मिलने के कारण अशिक्षा जैसी बुराइयां तेजी के साथ फैलती हैं। जब समाज का बड़ा वर्ग इसकी चपेट में आता है तो गरीबी, भुखमरी आदि विकृतियां देखने को मिलती हैं। व्यक्ति और समाज को सुशिक्षित किए बिना सशक्त व समर्थ राष्ट्र तथा समाज की कल्पना नहीं की जा सकती।