
मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक तथा टूलकिट वितरित किए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2047 तक के लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उसके लिए देश के हर व्यक्ति, उद्यमी, कारीगर, हस्तशिल्पी, नौजवान को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। राष्ट्र के प्रति हमारा समर्पण भाव, वर्तमान के साथ भावी पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में योगदान देगा।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में भारत आज दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था 10वें स्थान से 05वें स्थान पर पहुंच गयी है। हमें अगले 03 वर्षों में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। अर्थात् भारत को ग्लोबल इकोनॉमिक पावर बनाना है। हमें भारत को विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देना होगा।
मुख्यमंत्री आज यहां विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को 50 हजार करोड़ रुपये के ऋण व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को टूलकिट वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक तथा टूलकिट वितरित किए। ज्ञातव्य है कि इस प्रदेशव्यापी ऋण वितरण कार्यक्रम के माध्यम से एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को एस0एल0बी0सी0 के सहयोग से ऋण वितरित किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा जयन्ती, अनन्त चतुर्दशी व नये भारत के शिल्पी प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा लोन मेला व टूलकिट वितरण कार्यक्रम सभी जनपदों में आयोजित किए जाएं। इस सम्बन्ध में तय समय-सीमा में व्यवस्थित रूपरेखा बनायी जाए।
हमें अपने परम्परागत उत्पादों को ब्राण्डिंग के साथ जोड़ते हुए वैश्विक स्तर पर पहुंचाना होगा। इसके लिए जनपदों में पी0एम0 विश्वकर्मा योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जुड़े कारीगरों व हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्हें तकनीक, डिजाइन, पैकेजिंग व मार्केटिंग से जोड़ा जाए।