
आम उत्पादकों के लिए बड़ी खबर, Exporter-Growers Meet के आयोजन से मिलेंगे आम के बेहतर दाम
रहमानखेड़ा स्थित सीआईएसएच में शुक्रवार को आयोजित एक्सपोर्टर-ग्रोअर्स बिजनेस मीट में राजधानी के अलावा मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों के प्रमुख निर्यातक आए। इन निर्यातकों ने आम उत्पादकों से सीधे बात की और आर्डर लिए। अधिकारियों ने निर्यातकों की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच) में एक्सपोर्टर-ग्रोअर्स बिजनेस मीट-2025 का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता डॉ. रोशन जैकब ने कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अपने प्रसिद्ध आम सिंगापुर, दुबई, सऊदी अरब, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भेजेगा और वैश्विक फल निर्यात के मानचित्र पर अपनी विशेष पहचान बनाएगा।
उच्च अधिकारियों ने सम्बंधित को निर्देश दिए कि सीआईएसएच द्वारा विकसित पश्च-फसल और समुद्री मार्ग निर्यात तकनीक का उपयोग करते हुए आम निर्यात की सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएं। देश के विभिन्न राज्यों में घरेलू बाजार की संभावनाओं का लाभ उठाने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त राज्य स्तर पर निर्यात संवर्धन के लिए एक नोडल केंद्र की स्थापना की जाएगी। साथ ही मंडी परिषद एपिडा के हॉर्ट-नेट पोर्टल पर किसानों का पंजीयन कराने में सहायता के लिए वन-स्टॉप सेंटर करेगा। एपिडा की महाप्रबंधक विनीता सुधांशु ने उत्तर भारतीय आम के निर्यात में विभाग की भूमिका पर प्रकाश डाला।
मिलेगी तकनीकी एवं लॉजिस्टिक सहायता
आईसीएआर-सीआईएसएच के निदेशक डॉ. टी. दामोदरन ने बताया कि संस्थान तकनीकी एवं लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करेगा। इससे मलिहाबाद का प्रसिद्ध दशहरी और सियाना का चौसा संबंधित मौसम में सिंगापुर, दुबई और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया जा सके। लखनऊ और सियाना में निर्यात-गुणवत्ता के आम के लिए समर्पित क्लस्टर बनाएं हैं, जहां बागवान गुणवत्ता और निर्यात मानकों का पालन कर आम उत्पादन कर रहे हैं।