शाह के बेटे के बचाव में उतरी भाजपा
अपने अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह के कारोबारी लेन-देन के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि वह मामले से बच नहीं रही है, बल्कि आक्रामक रवैया अपना रही है, क्योंकि जय इस मामले में 100 करोड़ रुपए का दीवानी और आपराधिक मुकदमा दाखिल करने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भाजपा को ‘‘पूरा यकीन’’ है कि जय ने कुछ गलत नहीं किया है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के विवादित जमीन करारों की जांच करने वाले न्यायमूर्ति धींगरा आयोग की रिपोर्ट प्रकाशित करने का विरोध करने को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘हम मामले से बच नहीं रहे। बल्कि हम आक्रामक रवैया अपना रहे हैं।’’
गोयल ने जय शाह का एक बयान भी जारी किया जिसमें भाजपा अध्यक्ष के बेटे ने कहा कि वह इस मामले से जुड़ी खबर प्रकाशित करने वाली न्यूज वेबसाइट के मालिक, संपादक और रिपोर्ट लेखक पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा करेंगे। बयान में जय ने कहा कि आलेख में ‘‘मेरे खिलाफ गलत, अभद्र और मानहानि करने वाले दावे किए गए हैं ।
जिससे सही सोच के लोगों में यह छवि बन जाये कि मेरे पिता अमित शाह की राजनीतिक हैसियत की वजह से ही मुझे सफलता मिली है।’’ मंत्री ने जोर देकर कहा कि जय के कारोबार पूरी तरह वैध हैं और वाणिज्यिक आधार पर पूरी तरह से कानूनी तरीके से किए गए हैं और कर रिकॉर्डों और बैंकिंग लेन-देन के जरिए यह बात सामने आई है।
गोयल ने यह बयान तब जारी किया जब विपक्षी पार्टियों ने वह खबर प्रकाशित होने के बाद मामले की जांच कराने की मांग की, जिसमें कहा गया कि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद अमित शाह के बेटे जय की कंपनी के कारोबार में बहुत बड़ा उछाल दर्ज किया गया। खबर में लिखी गई बातों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए गोयल ने कहा कि जय अमित शाह ने या तो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों या फिर गैर-वित्तपोषित ऋण इकाइयों से कर्ज लिए और यह कानून का पालन करते हुए वाणिज्यिक आधारों पर लिए गए।
गोयल ने कहा कि जय ने तय समय के भीतर वाणिज्यिक ब्याज दर पर चेक के जरिए कर्ज अदा किया और उन्होंने कर्ज लेने के लिए सहकारी बैंकों के पास अपने परिवार की संपत्ति गिरवी रखी। उन्होंने कहा कि जय के वकील ने रिपोर्ट की लेखिका को अपने सभी वैध लेन-देनों का पूरा ब्यौरा दिया था और लेखिका की ओर से पूछे गए सभी सवालों के जवाब विस्तृत रूप में दिए थे, क्योंकि जय के पास ‘‘छुपाने के लिए कुछ था ही नहीं।
जय ने अपने बयान में कहा, ‘‘चूंकि वेबसाइट ने अत्यंत प्रेरित आलेख में पूरी तरह गलत आरोप लगाए हैं, जिससे मेरी छवि को नुकसान हुआ है, इसलिए मैंने उक्त न्यूज वेबसाइट के संपादक, मालिक और रिपोर्ट की लेखिका पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा ठोंकने का फैसला किया है। दोनों मुकदमे अहमदाबाद में दायर किए जाएंगे जहां मैं रहता हूं, अपना कारोबार करता हूं और जहां यह पूरा मामला हुआ है।’’ बयान में यह भी कहा गया, ‘‘यदि कोई और आलेख में लगाए गए आरोपों को फिर से प्रकाशित या प्रसारित करता है तो ऐसे व्यक्ति या संस्था के खिलाफ भी इसी तरह का दीवानी और आपराधिक मानहानि केस किया जाएगा।