
कहां तक पहुंच सकते है सोने के दाम? जानिए बाजार का हाल
साल 2022 सोने के लिए फिका ही रहा। नतीजतन गोल्ड इन्वेस्टर्स के लिए भी बिता वर्ष निराशाजनक रहा। इसका कारण है मार्च 2022 से पूरे वर्ष सोने की दरों में मंदी का असर। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में, इसकी कीमतों में तेजी आई है और जानकारों की मानें तो साल 2023 सोने की कीमतों में तेजी दिखा रहें है।
सोने के बाजार लगातार ऊंची मुद्रास्फीति और केंद्रीय बैंकों – विशेष रूप से यूएस फेडरल रिजर्व (फेड) – के विपरीत प्रभावों से प्रेरित रहते हैं। 2 फरवरी को 1,959.10 डॉलर के शिखर पर पहुंचने के बाद 8 मार्च तक सोने की कीमतें 1,823.90 डॉलर पर वापस आ गईं, जो अप्रैल 2022 के बाद का उच्चतम स्तर है। 2023 के लिए अस्थिर आर्थिक परिदृश्य के बीच 2023 की शुरुआत के बाद से कीमती धातु 1.17% गिर गई है। ऐेसे में आम उपभोक्ता और इन्वेस्टर्स के लिए सोने की दरें 2023 में कहां तक जा सकती हैं, यह जानना और समझना जरुरी है।
सोने और चांदी के लिए साल 2023 का आउटलुक क्या है?
साल 2022 में बाजार में निवेशकों की भागीदारी में निश्चित तौर पर सुधार देखा गया है और ऐसा ही सोने और चांदी के बाजार को लेकर भी देखा गया है। हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते महंगाई को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं और चीन में कोविड के केस फिर से बढ़ने के कारण भी आशंकाएं बढ़ गई हैं। बाजार के ऊपर इसका असर आएगा और इस बोझ को लेकर निवेशक अगले साल प्रवेश करेंगे।
इसके अलावा अगले साल बाजार के पार्टिसिपेंट्स (भागीदार) केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति के नजरिए के ऊपर फोकस करेंगे। डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड की हलचलों पर भी निवेशक ध्यान देंगे। गोल्ड/सिल्वर अनुपात में हाल के समय में 97 के बजाए 75 तक की गिरावट देखी गई है। जो सिल्वर की तेजी के सहारे आई है। चांदी के लिए कहा जा सकता है कि ग्रीन टेक्नोलॉजी और औद्योगिक मांग ज्यादा होने के कारण चांदी की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।
कहां तक जाएंगे? सोने और चांदी के दाम
Live Mint की रिर्पोट के अनुसार 2023 में आगे सोने की कीमतों में तेजी की उम्मीद की जा सकती हैं। निवेशक मूल्य सुधार पर खरीद-पर-गिरावट के अवसर के लिए जा सकते हैं और ₹58,888 से ₹61,111 प्रति 10 ग्राम के स्तर के लक्ष्य स्तर जा सकते हैं।
वहीं बिजनेस टुडे के अनुसार, सोने की कीमतें 2023 में 62,000 रुपये के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू सकती हैं। ICICI Direct की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की कीमतों में मुख्य रूप से डॉलर में कमजोरी के कारण वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि यूएस फेड द्वारा दरों में बढ़ोतरी पर जल्द रोक लगाने की संभावना है। अगले साल और 2023 की चौथी तिमाही में दरों में कटौती भी कर सकता है।
सेफ हैवन एसेट बन सकता है सोना
ICICI Direct की रिपोर्ट में कहा गया, ‘आईएमएफ की संशोधित वैश्विक जीडीपी भविष्यवाणी, घटती महंगाई, ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार कम होने, कमजोर डॉलर और चीन के फिर से खुलने के कारण ग्लोबल कमोडिटी मार्केट में 2023 में मिला जुला रुख देखने को मिल सकता है।
साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था इस समय सुस्ती का सामना कर रही है। इससे कमोडिटी मार्केट में मिला-जुला रुख रहेगा। ऐसी परिस्थिति में सोना सेफ हैवन एसेट के रूप में उभर सकता है। इससे सोने के भाव में तेजी आएगी।