डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर उ0प्र0 पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में पुलिस उपाधीक्षक पद के वर्ष 2022 बैच का दीक्षान्त परेड समारोह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा प्रदान की है। उनके अनुसार स्मार्ट पुलिसिंग की व्यवस्था स्ट्रिक्ट व सेंसिटिव, मॉडर्न व मोबाइल, अलर्ट व अकाउंटेबल, रिलाएबल व रेस्पॉन्सिव तथा टेक्नोसेवी एवं ट्रेंड पर आधारित होनी चाहिए। यह सूत्र कानून प्रवर्तन के भविष्य के लिए निरन्तर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री आज डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में पुलिस उपाधीक्षक पद के वर्ष 2022 बैच के दीक्षान्त परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री जी ने पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के प्रशिक्षण के उपरान्त दीक्षान्त परेड की
सलामी ली। उन्होंने अकादमी की अन्तः तथा वाह्य कक्षीय परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने सर्वांग सर्वोत्तम में श्री प्रखर पाण्डेय को स्वोर्ड आॅफ आॅनर, इण्डोर सर्वोत्तम में सुश्री आकांक्षा पाण्डेय तथा आउटडोर सर्वोत्तम में श्री उदित नारायण पालीवाल को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षुओं को दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बनने के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी ने प्रशिक्षण के दौरान अपने परिश्रम, लगन तथा मनोयोग से अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। आपकी सफलता के लिए आपके माता-पिता, अभिभावक, मित्रों, सहयोगियों तथा अकादमी के प्रशिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें अवगत कराया गया है कि प्रशिक्षुओं ने संस्थान में 12 माह 15 दिवस का कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को जहां एक ओर अंतःकक्षीय प्रशिक्षण के अंतर्गत कानून व्यवस्था, विधि, मानवाधिकार, साइबर क्राइम, पुलिस रेगुलेशन, विधि विज्ञान, भाषा ज्ञान इत्यादि से जुड़े विभिन्न विषयों का अध्ययन कराया गया वहीं दूसरी ओर 01 जुलाई, 2024 से लागू भारतीय न्याय संहिता-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023 के रूप में देश में तीन नए कानूनों के बारे में भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस, सैनिकों तथा अर्धसैनिक बलों के प्रशिक्षण के बारे में कहा जाता है कि प्रशिक्षण के दौरान जितना अधिक पसीना बहेगा, सेवाकाल के दौरान उतना ही कम रक्त बहाने की नौबत आएगी। आपका प्रशिक्षण चुनौती पूर्ण दायित्वों के निर्वहन की दृष्टि से आपको गौरवान्वित करेगा। आपको इस बात पर भी गर्व की अनुभूति करनी चाहिए कि आप दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बनने जा रहे हैं।