बाँदा मे आज 11 अक्टूबर को यूपी राज्य Soochna Ayukt सूचना आयुक्त (नेताजी मुलायम के समधी) अरविंद सिंह बिष्ट ने जनसुनवाई की। 10 अक्टूबर से की जा रही जनसुनवाई में चेहरे देखकर जुर्माना लगाया जा रहा है।
31 जनवरी को वनविभाग वन संरक्षक चित्रकूट मण्डल बांदा से हमने चार जिलों बांदा, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट के विषयक जानकारी चाही थी। छह माह बाद भी सूचनाएं नही दी गई। उल्टा एक्ट के बाहर जाकर अनावश्यक शुल्क की मांग की गई।
आज Soochan Ayukt ने वनसंरक्षक की जगह पहले आये उनके स्टेनो को फटकार लगाई । उन्होंने मौके पर सूचना के साथ एक घण्टे में वनसंरक्षक को उपस्थित रहने की हिदायत दी। सुबह दस बजे से बैठे हुए इस खेल को देखने के बाद देर शाम साढ़े तीन बजे तीन बार फोन करने पर एक बिंदु की सूचना लेकर वे आये।
सूचना आयुक्त ने भी रहम करते हुए जुर्माना नही किया और 17 नवम्बर की डेट लखनऊ आयोग में लगा दी।
कहने का अभिप्राय ये है प्रदेश में सूचना अधिकार में आ रही सरकारी पारदर्शी गिरावट का खामियाजा आवेदक झेलता है। अधिकारी तो सरकारी खर्चे में केस की पैरवी करता है। इसके बाद भी मुंह देखकर जुर्माना किया जाता है।
सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सागर दीक्षित की फेसबुक वाॅल से
राज्यों से जुड़ी हर खबर और देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए नार्थ इंडिया स्टेट्समैन से जुड़े। साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप को डाउनलोड करें।