Shivsena : चुनाव जीतने के लिए जीएसटी दरों में कटौती
मुंबई। शिवसेना ने आरोप लगाया कि केंद्र ने गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए सामान्य इस्तेमाल की कुछ चीजों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में कम किया है। पार्टी ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब वह इस समान कर व्यवस्था को लागू करने के खिलाफ थे। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित एक संपादकीय में कहा गया है, ‘‘ देश की गर्दन पर नोटबंदी की कुल्हाड़ी चलने के बाद से अर्थव्यवस्था कभी उबर नहीं सकी।
जीएसटी का हथियार सुस्त अर्थव्यवस्था के खिलाफ इस्तेमाल किया गया और महंगाई बढ़ गई।’’इसमें कहा गया है, ‘‘ जीएसटी के दरों में कटौती करके सरकार अपने अंहकार को एक तरफ रखकर झुक गई। यह लोगों की जीत है।’’संपादकीय में कहा गया है, ‘‘ (जीएसटी के लागू होने के बाद) लोगों का गुस्सा आग में तब्दील हो गया। (जीएसटी की) दरों को कम करने का फैसला इसलिए लिया ताकि गुजरात चुनाव में इसकी भारी कीमत नहीं चुकानी पड़े।’’ राजग की सहयोगी ने कहा कि गैर ब्रांडेड ‘खाखरा’ पर जीएसटी दर 12 से घटाकर पांच प्रतिशत खासतौर पर गुजरात चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।