RBI ने फंसे कर्जों के मुद्दे के हल पर चर्चा की
RBI (रिजर्व बैंक) ने विभिन्न बैंकों के प्रमुखों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फंसे कर्ज से निपटने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की है। बैठक में आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक तथा केनरा बैंक के प्रमुख शामिल थे। RBI (रिजर्व बैंक) में मंगलवार को हुई बैठक में एसबीआई तथा बैंक आफ बड़ौदा के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
RBI (रिजर्व बैंक) के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बैठक का जोर फंसे कर्ज का समाधान था। RBI (रिजर्व बैंक) ने गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) से निपटने के बारे में हमारे विचार और सुझाव मांगे..।’’ संपर्क किये जाने पर कोई भी बैंक अधिकारी बैठक के ब्योरे में बताने को तैयार नहीं हुआ।
उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरूआत में सरकार ने रिजर्व बैंक को विधायी शक्तियां प्रदान की ताकि वह बैंकों को फंसे कर्ज की वसूली के लिये शोधन कार्रवाई शुरू करने के लिये निर्देश दे सके।
फंसे हुए कर्जो की समस्या से परेशान सरकार ने कहा कि रिजर्व बैंक शीर्ष बकाएदारों की सूची तैयार करने के अंतिम चरण में है, जिनको कर्ज नहीं चुकाने पर दिवालिया घोषित किया जाएगा। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यहां सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (फंसे हुए कर्जे) के मामले की समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “आरबीआई जल्द ही इस संबंध में बकाएदारों की सूची जारी करेगी, जिन पर दिवालियापन प्रक्रिया (आईबीसी) के तहत कार्रवाई की जाएगी।”
आरबीआई ने एनपीए से निपटने के लिए एक समिति गठित की है। उन्होंने कहा, “आईबीसी के तहत 81 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 18 मामले वित्तीय लेनदारों के हैं। इन्हें नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) को भेज दिया गया है। ज्यादा फंसे हुए कर्ज (एनपीए) या तो बैंकों के समूह द्वारा या फिर एकाधिक बैंकिंग व्यवस्था द्वारा दिए गए हैं। इसलिए इन फंसे हुए कजरें का मामला तेजी से हल करने की जरूरत है।” बैठक में मौजूद एस. एस. मुद्रा ने कहा कि आरबीआई विभिन्न बैंकों से उनके शीर्ष ऋण डिफाल्टरों की जानकारी ले रही है।
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