नोएडा की फर्म में कोरोना वायरस संक्रमित
नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा में प्राइवेट फर्म में काम करने वाला व्यक्ति कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया है। इसी के साथ भारत में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस की संख्या 75 हो गई है। गौतमबुद्धनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने इसकी पुष्टि की है।
CMO अनुराग भार्गव के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा की फर्म में काम करने वाले एक कर्मचारी की मेडिकल जांच की गई थी, जिसमें उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। वह मूल रूप से दिल्ली का रहना वाला है और जॉब नोएडा में करता है। उन्होंने यह भी बताया है कि वह फ्रांस और चीन की यात्रा करता रहा है। इससे पहले उसने चीन या फ्रांस की यात्रा कब की? इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
ग्रेटर नोएडा की एक कंपनी के 707 लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर
ग्रेटर नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाले दिल्ली के इस व्यक्ति में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कंपनी में काम करने वाले 707 लोगों को 14 दिनों की निगरानी पर रखा है। बृहस्पतिवार को विभाग ने कंपनी का जायजा लिया और सेनेटाइज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी।
सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति दिल्ली का रहने वाला है। जांच के नमूने भी दिल्ली में ही लिए गए थे। बृहस्पतिवार को दिल्ली से ही विभाग को इसकी जानकारी हुई। सूचना मिलते ही विभागीय अधिकारियों ने कंपनी के पदाधिकारियों से बातचीत की। निगरानी में रखे गए सभी लोगों से अपने घर पर अलग रहने को कहा गया है। बीमारी के लक्षण मिलने पर तुरंत जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देने के आदेश दिए।
वहीं कंपनी को सेनेटाइज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। कहा कि जिले में अभी तक एक कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। वहीं अभी तक कंपनी के किसी भी कर्मचारी में कोरोना के लक्षण भी नहीं मिले। इनके नमूने की जांच कराई जाएगी। सीएमओ के अनुसार पीड़ित दिल्ली से कंपनी में मेट्रो से आता जाता था। वह इटली गया था और वहीं संक्रमित हुआ।
वहीं, उत्तर प्रदेश की बात करे तो कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव केस 12 हो गए हैं, इनमें 11 भारतीय और 1 विदेशी नागरिक हैं। कोरोना वायरस की वजह से 15 मार्च को लखनऊ में होने वाले भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे पर भी बड़ा फैसला लिया गया है। अब इस मैच के दौरान स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे, ये फैसला सरकार की उस एडवाइज़री पर लिया गया है जिसमें लोगों को भीड़ वाले इलाकों से दूर रहने को कहा गया था।