जन संसद
मनाया गया 133वां Congress स्थापना दिवस
उन्होंने कहा कि Congress पार्टी का दूसरा नाम संघर्ष है। 1885 में जब Congress की स्थापना हुई और 1947 आते-आते कितने लोगों ने कुर्बानियां दी, जेल गये। उनके अंदर आजादी की एक ललक थी कि देश आजाद होगा और संघर्षरत रहे। अंततः उनके संघर्षों के बाद देश को आजादी मिली। आजादी के बाद Congress ने देश की सत्ता आम जनता की प्रगति, देश को संवारने के लिए संभाली। Congress चाहे सत्ता में या सत्ता के बाहर रही, संघर्ष किया।
आज जब हम सत्ता में नहीं है हमारा जो संघर्ष का रास्ता था उसके प्रति संकल्पित हैं और पीछे नहीं हटेंगे। हमारा नेतृत्व हम सभी को आगे ले जा रहा है। यही Congress की ताकत है। हमें संघर्ष करना है। हमें झूठ के खिलाफ लड़ना है। क्योंकि आज पूरा देश झूठ से त्रस्त है। हर वर्ग परेशान है। झूठे प्रपंच को रोकना है। आज के दिन स्थापना दिवस पर संघर्ष को याद करते हैं और संघर्षरत रहने का संकल्प लेते हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि आज ‘‘कांग्रेस स्थापना दिवस’’ पूरे प्रदेश में वृहद स्तर पर मनाया गया जिसके तहत प्रदेश भर में जिला/शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा कांग्रेस स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, उनके परिजनों तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं/कार्यकर्ताओं को माला पहनाकर, शाल ओढ़ाकर व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में सेवादल के पांच वरिष्ठ स्वयंसेवकों को इस मौके पर सम्मानित किया गया। जिसमें श्री सुरेश मिश्रा, श्री गिरजाशंकर अवस्थी, श्रीमती रेनू श्रीवास्तव, श्री संगीत तिवारी एवं श्री भूपेन्द्र शुक्ला शामिल रहे। ……..जारी
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