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Brahmos और Sukhoi की जोड़ी ने पैदा की दहशत
इसका नाम भारत और रूस की नदियों के नाम को मिलाकर रखा गया। भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर इसका नाम रखा गया है।
एमटीसीआर की सदस्यता मिलने के बाद भारत 300 किलोमीटर की रेंज वाली मिसाइलों को तैयार करने में सक्षम होगा। फिलहाल Brahmos मिसाइल के हाइपरसोनिक वर्जन यानि ध्वनि से पांच गुना तेज रफ्तार (माक 5) को तैयार करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
ब्रह्मोस को सुखोई से दागने की यह कोशिश इसी परिप्रेक्ष्य में देखी जा रही है।
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