धोखा-धड़ी
प्रबन्धतंत्र ही लुटवा रहा Banks में जमा गरीबों की जमापूंजी
एसबीआई ने कहा कि ज्वैलर ने सबसे पहले मार्च 2017 में ब्याज भुगतान में 8 सदस्य Banks से डिफॉल्ट किया। अप्रैल 2017 तक कनिष्क ने सभी 14 Banks को पेमेंट रोक दी। 5 अप्रैल 2017 को स्टॉक ऑडिट की शुरुआत के समय बैंकर्स प्रमोटर से संपर्क करने में असफल रहे।
25 मई 2017 को जब बैंकर्स ने कनिष्क के कॉर्पोरेट ऑफिस का दौरा किया तो फैक्ट्री, शोरूम बंद था। वहां कोई कामकाज नहीं हो रहा था। उसी दिन भूपेश जैन ने बैंकर्स को लेटर लिखकर रिकॉर्ड्स में जालसाजी की बात स्वीकार की। बाद में जब बैंकर्स दूसरे शोरूम पर पहुंचे तो पता चला कि वे भी बंद हैं।
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