जो हम कहेंगे वो करो नहीं कर देंगे एनकाउंटर!
लखनऊ: राजधानी के कृष्णानगर थाना क्षेत्र में बैंक एटीएम की चोरी में पकड़े गए आरोपियों को लेकर शनिवार हजरतगंज कोतवाली में चल रही पुलिस की गुडवर्क प्रेस कांफ्रेंस में जमकर बवाल हुआ। गिरफ्तार किये गए परिजनों और पुलिस की जमकर गुत्थम-गुत्थी हो गई।
परिजनों ने पुलिस पर गिरफ्तार किये गए युवको को फर्जी तरह से फंसाकर गुडवर्क किये जाने का आरोप लगाया है। वही उनका यह भी कहना है कि पुलिस ने धमकाते हुए यह भी कहा है कि उनके कहे अनुसार नहीं किया गया तो एनकाउंटर कर देंगे।
पुलिस ने बताया कि कृष्णानगर थाना क्षेत्र में पुरानी चुंगी के पास स्थित यूको बैंक एटीएम में बीती रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने काटने का प्रयास किया। वही एटीएम में लगे सेंसर से हेडक्वाटर को जानकारी हुई जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
रात में गश्त कर रही पुलिस कुछ मिंटो में मौके पर पहुंची जहां पुलिस ने मौके पर मौजूद तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया। तीनों व्यक्तियों से पूछताछ की गई और उनके पास से एटीएम को काटने वाला गैस कटर व अन्य उपकरण भी बरामद किए।
एक आरोपी की पहचान किशोर के रूप में की है, जिसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों की सभी गतिविधियां सीसीटीवी में कैद हो गई है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने पूर्व में भी एक जगह एटीएम को काटने का प्रयास किया था, लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो सके थे।
वहीँ दूसरी तरफ पुलिस अपने द्वारा किए गए इस गुड वर्क को लेकर प्रेस वार्ता कर रही थी कि इस दौरान आरोपियों के परिजनों ने वहां पहुंचकर जमकर कर हंगामा किया। साथ ही आरोप लगाया कि पुलिस केवल अपनी वाह-वाही लूटने के प्रयास में मेरे बच्चों पर झूठे आरोपों को मढ़ रही है।
लेकिन पूरे प्रकरण की हकीकत कुछ और ही है। साथ ही पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी में से एक ने बताया कि वह और उसके दो और साथी बीती रात कृष्णानगर में स्थित यूको बैंक एटीएम के बाहर से गुजर रहे थे। इस बीच पुलिस ने हम लोगों को जबरन रोककर जमीन पर गिरा दिया, जिसके चलते मेरी नाक पर चोट लग गई।
जिसके बाद पुलिस हम लोगों को पकड़ कर थाने ले आई और जमकर पिटाई की। आरोप है कि पुलिस ने हम लोगों की पिटाई करने के बाद धमकी दी कि जो हम लोग कहेंगे तुम लोगों को वहीं करना पड़ेगा, नहीं तो तुम्हारा एनकाउन्टर कर देंगे।
आगे आरोपी ने बताया कि मैं एक दूध विक्रेता हूं और पुलिस ने जो पैसे मेरे पास से बरामद किए है वह दूध बिक्री के हैं। अब सवाल ये उठता है कि जहां एक तरह पकड़े गए आरोपी आप को निर्दोष बता रहे है, तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस इन निर्दोष युवकों की गिरफ्तारी कर उन पर दोष मढ़ने का प्रयास क्यों कर रही है।