After 25 Yrs सीबीआई कोर्ट में हाजिर हुए दिग्गज
कोर्ट में हाजिरी लगाने से पूर्व सीएम योगी से मिले आडवाणी, उमा, कटियार, जोशी, ऋतम्भरा, वेदांती
लखनऊ, । तकरीबन ढाई दशक पूर्व 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या के बाबरी मंस्जिद विवादित ढांचे को ढ़हाए जाने के मामले में आज तकरीबन 25 साल बाद भाजपा के दिग्गज एवं आरोपी लखनऊ के सीबीआई कोर्ट में हाजिर हुए। इससे पूर्व इन नेताओं ने लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले। इस मामले में प्रदेश के 12 नेताओं पर आरोप लगाये गए थे। इसमें पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा मुरली मनोहर जोशी, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, सांसद विनय कटियार पूर्व सासंद राम बिलास वेदांती, साध्वी ऋतम्भरा मुख्य रही। इस मामले में पूर्व सीएम कल्याण सिंह भी आरोपी है लेकिन वह वर्तमान में राज्यपाल होने के कारण उन्हें आदालती हाजिरी से छूट दी गयी है।
अभियुक्तों पर सुप्रीम कोर्ट ने ढांचा गिराये जाने का षडयंत्र रचने के आरोप तय करने का आदेश दिया है। इस अपराध में इन अभियुक्तों को जमानत भी लेनी होगी। इस सिलसिले में यह सभी आरोपी आज सीबीआई कोर्ट में हाजिर हुए। इस मामले में बीते 25 साल से अदालत में मामला चल रहा है। इन सभी आरोपियों का कहना है कि कोर्ट के आदेश का सम्मान किया जायेगा। साथ ही इन नेताओं को अपने इस कार्य के लिए कोई पछतावा नहीं है।
वहीं वीवीआईपी गेस्ट हाउस में केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि ये ऐसा ही खुला आंदोलन था जैसा इमरजेंसी के खिलाफ हुआ था। इस आंदोलन में क्या साजिश थी, मुझे नहीं पता। कोर्ट जो भी फैसला देगा मुझे मंजूर होगा। वहीं, साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कोर्ट जल्द से जल्द इस मामले में निर्णय देगा। आरोप सीबीआई ने लगाए हैं। कोर्ट में तथ्य उनको पेश करने हैं। हमें कोर्ट पर भरोसा है।
भाजपा सांसद विनय कटियार ने बताया कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने माना था कि हमसे गलती हुई है, जिसमें 16 लोग मारे गए थे। उनके खिलाफ भी यह मामला चलना चाहिए। विशेष अदालत ने पहले इन सभी मुल्जिमों पर आरोप तय करने के लिए 25 व 26 मई की तारीख तय की थी। लेकिन नियत तिथि पर डा. सतीश प्रधान के अलावा कोई मुल्जिम हाजिर नहीं हुआ था। सभी मुल्जिमों की तरफ से उनके वकीलों ने हाजिरी माफी व स्थगन की अर्जी दी थी।
सूत्रों की मानें तो बाबरी केस में आयी तेजी से भाजपा एवं संघ की सोच को ताकत मिलेगी। क्योंकि केन्द्र एवं प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद अब लोगों को यह लग रहा है कि राम मंदिर का निर्माण हो जायेगा। इसके लिए हिंदू संगठन बाकायदा आंदोलन भी चला रहे हैं। वहीं राम मंदिर निर्माण के लिए भी बीते 25 साल से मुकदमा चल रहा है। वर्तमाान में इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कुल मिलाकर भाजपा इस पूरे घटनाक्रम को अपने लिए फायदेमंद मान रही है।
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