फ्लैश न्यूजसाइबर संवाद
दैoजाo ने अपने ही कोरोना योद्धा पत्रकार पंकज कुलश्रेष्ठ को एक कोने में निपटाया
विरोध अपने लिए ही नहीं कर सकते तो जनता के लिए क्या करोगे? इसीलिए हालात ये हो गये हैं कि बायस्ड और सरकार को खुश करने वाली खबरों को छोड़कर बस विज्ञापन ही है। अबतो अखबार भी 14 पन्नों का ही रह गया है। जबतक लूट का विज्ञापन मिल रहा था, 40-40 पेज का और कई-कई एडीशन के साथ छपता था।
अंतत्वोगत्वा मसला ये है कि कोरोना योद्धा पत्रकार पंकज कुलश्रेष्ठ की पत्नी को एक करोड़ रूपये की आर्थिक मदद और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी मिलनी ही चाहिए। यदि एक करोड़ सरकार को देने में दिक्कत है तो उसे 50 लाख रूपये दैनिक जागरण के मालिक से लेने चाहिए।
हार्दिक श्रद्धान्जलि एवं नमन
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