फ्लैश न्यूजसाइबर संवाद
दैoजाo ने अपने ही कोरोना योद्धा पत्रकार पंकज कुलश्रेष्ठ को एक कोने में निपटाया
जबकि दिवंगत कुलश्रेष्ठ कोरोना योद्धा थे। रवीश ने सरकार से मांग की है कि उनके परिजनों को एक करोड़ की सहायता और इस दिवंगत पत्रकार की पत्नी को सरकारी नौकरी दें। रवीश ने कहा कि दैनिक जागरण समूह साधन सम्पन्न है इसलिए उसे भी अपनी तरफ से उचित सहयोग का हाथ बढ़ाना चाहिए।
मशहूर टीवी पत्रकार अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखते हैं-कि इस वक्त आगरा की पत्रकार बिरादरी बहुत ग़मज़दा है। दैनिक जागरण के पत्रकार पंकज कुलश्रेष्ठ का COVID-19 के कारण निधन हो गया है। पंकज जी की तबीयत ख़राब होने लगी थी। 4 मई को पता चला कि उनका रिजल्ट पोजिटिव आया है। उसके बाद आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से वे वापस नहीं आ सके।
दैनिक जागरण में पंकज जी ने लंबे समय तक सेवा की है। 1994 से एक ही अखबार में काम करते रहे। मथुरा के ब्यूरो चीफ रहे। वो भी आठ साल तक। यह जानकर बहुत अफसोस हुआ कि पंकज कुलश्रेष्ठ नहीं रहे। मथुरा में काफी लोग उन्हें जानते थे। दैनिक जागरण समूह के भीतर भी पत्रकारों में काफी लोकप्रिय थे। पंकज जी इस अखबार के यहां 25 साल का अनुभव छोड़ गए हैं।
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